धान की फसल को चूहों के आतंक से कैसे बचाएँ | Rat control in paddy crops

धान की फसल पर चूहों का आतंक व उनका नियंत्रण (Rat control in paddy )

धान की फसल पर चूहों का आतंक व उनका नियंत्रण : धान की फसल चूहों द्वारा भी प्रभावित होती है, जिनमें खेत का चूहा (फिल्ड रैट), मुलायम बालों वाला खेत का चूहा (साफ्ट फर्ड फील्ड रैट) एवं खेत का चूहा (फील्ड माउस) आदि मुख्य चूहे की हानिकारक प्रजातियॉ हैं।

चूहों के नियंत्रण के उपाय (Rat control in paddy Crops)-

  • धान की फसल पर चूहों का आतंक व उनका नियंत्रण –  इनके नियंत्रण हेतु खेतों की निगरानी एवं जिंकफास्फाइड 80 प्रतिशत का प्रयोग करना चाहिए ।
  • तथा नियंत्रण का साप्ताहिक कार्यक्रम निम्न प्रकार सामूहिक रूप से किया जाय तो अधिक सफलता मिलती है।

पहला दिन –

खेत की निगरानी करें तथा जितने चूहे के बिल हो उसे बन्द करते हुए पहचान हेतु लकड़ी के डन्डे गाड़ दें।

दूसरा दिन- 

  • खेत में जाकर बिल की निगरानी करें जो बिल बन्द हो ।
  • वहॉ से गड़े हुए डन्डे हटा दें। जहॉ पर बिल खुल गये हों वहॉ पर डन्डे गड़े रहने दें।
  • खुले बिल में एक ग्राम सरसों का तेल एवं 48 ग्राम भुने हुए दाने में जहर मिला कर रखें।

तीसरा दिन-

बिल की पुनःनिगरानी करें तथा जहर मिला हुआ चारा पुनःबिल में रखें।

चौथा दिन-

जिंक फास्फाइड 80 प्रतिशत की 1.0 ग्राम मात्रा को 1.0 ग्राम सरसों के तेल एवं 48 ग्राम भुने हुए दाने में बनाये गये जहरीले चारे का प्रयोग करना चाहिए।

पॉचवा दिन-

बिल की निगरानी करें तथा मरे हुए चूहे को जमीन में खोद कर दबा दें।

छठा दिन-

बिल को पुनः बन्द कर दें तथा अगले दिन यदि बिल खुल जाये तो इस साप्ताहिक कार्यक्रम को पुनः अपनायें।

ब्रोमडियोलोन 0.005 प्रतिशत के बने बनाये चोर की 10 ग्राम मात्रा प्रत्येक जिंदा बिल में रखना चाहिए।

इस दवा को चूहा 3-4 बार खाने के बाद मरता है।