सूअर पालन (suar palan govt schemes) सरकारी योजना
किसान भाइयों सुअर पालन एक लाभकारी व्यवसाय है । जिसे अपनाकर आप इससे बढ़िया लाभ पा सकते हो । इस व्यवसाय की ख़ास बात यह है कि इस को शुरू करने के लिए अधिक पढ़ाई लिखाई की ज़रूरत नही होती । यह बक कुछ खा लेता है । इसलिए इसके चारे के लिए आपको अधिक परेशान नही होना पड़ेगा । आजकल बड़े बड़े बिज़नेसमैनों का इस रोज़गार के प्रति नज़रिया बदला है । और वह सुअर पालन में लाभ देखते हुए इस रोज़गार की तरफ़ अपने क़दम बढ़ा रहे हैं । साथ ही भारत सरकार व राज्य सरकारों द्वारा सुअर पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ चलायी जा रही हैं । kheti kisani में आज हमारी जानकारी सूअर पालन (suar palan govt schemes) सरकारी योजना पर केंद्रित है । ताकि आप सुअर पालन कर लाभ उठा सकें । आइए जानते हैं सूअर पालन हेतु सरकारी योजना के बारे में –
suar palan govt schemes
योजना का उद्देश्य –
लाभार्थी की पात्रतायें –
योजना इकाई व लागत –
बाराह सुअर पालन योजना (suar palan govt schemes) में कैसे होगा चयन –
योजना के लिए कहाँ संपर्क करें ?
क्रम संख्या | योजना का नाम | योजना का विवरण |
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1 | उद्देश्य | देशी / स्थानीय सूकरों की नस्ल मे सुधार लाना । |
2 | योजना | इस योजना मे केवल अनुसूचित जाति के सूकर पालक को उन्नत नस्ल का एक मिडिल व्हाईट यार्कशायर अनुदान के आधार पर प्रदाय करने का प्रावधान।
योजना प्रदेश के अनुसूचित जाति बाहुल्य जिलों मे क्रियान्वित। |
3 | हितग्राही | अनुसूचित जाति के वराह ( सूकर) पालक। |
4 | योजना इकाई | एक मिडिल व्हाईट यार्कशायर प्रजनन योग्य नर वराह (नर सूकर )। |
5 | इकाई लागत | रूपये 5000.00 |
6 | अनुदान | अनुसूचति जाति के सूकर पालकों के लिये 75 प्रतिशत् अनुदान के आधार पर। |
7 | चयन की प्रक्रिया | हितग्राहियों (beneficiary) का ग्राम सभा में अनुमोदन। ग्राम सभा से अनुमोदित हितग्राहियों का जनपद पंचायत की सभा में अनुमोदन। जनपद पंचायत के अनुमोदन उपरांत जिला पंचायत की कृषि स्थाई समिति की बैठक में अनुमोदन प्राप्त करना। |
8 | योजना के लिए संपर्क | योजना के लिए संबंधित जिले के निकटतम पशु चिकित्सा अधिकारी/पशु औषधालय के प्रभारी /उपसंचालक पशु चिकित्सा । |