धान की फसल में खरपतवार की रोकथाम के बेस्ट तरीके (weed control in paddy)

धान की फसल में खरपतवार प्रबन्धन तकनीक जाने (Know the weed management techniques in paddy crop)

खरपतवार की परिभाषा (definition of weed) –

खरपतवार की रोकथाम (weed control in paddy) से पहले हमें समझना होगा कि हम किन पौधों को खरपतवार कहेंगे –  कृषि वैज्ञानिक जेथ्रो टूल) (1731) के अनुसार ” खरपतवार वे अवांछित पौधे हैं जो किसी स्थान पर बिना बोए उगते हैं और जिनकी उपस्थित किसान को लाभ की तुलना में हानिकारक अधिक है खरपतवार कहलाते हैं ।”

वहीं (डॉक्टर बील) के अनुसार ” खरपतवार एक पौधा है जो अनचाहे स्थान पर उगता है हम उसे खरपतवार कहते हैं ।”

खेती किसानी के विशेषज्ञों के अनुसार मुख्य फ़सल के अतिरिक्त खेत में उगे ऐसे पौधे जो किसानों को लाभ की बजाय हानि पहुँचाते हैं,हमें उन पौधों को खरपतवार कहना चाहिए ।

धान की रोपाई के माह भर बाद खेत में तमाम तरह के खरपतवार उग आते हैं अगर खरपतवार की रोकथाम (weed control in paddy) के तरीके गम्भीरता से न अपनाए जाएँ तो धान की खेती में उपज कम कर देते हैं । यह नुक़सान कुल उपज का 44 से 60 फ़ीसदी तक हो सकता है । ये धान के पौधों की बढ़वार में बाधक होते हैं । खरपतवार ज़मीन से पोषक तत्व,पानी खींचते हैं । जिससे पौधों की वृद्धि प्रभावित होती है । इसके साथ पर्याप्त पोषण न मिलने से वह रोग ग्रसित हो जाते हैं ।

धान की फसल में खरपतवार की रोकथाम के तरीके (weed control in paddy)
धान की फसल में खरपतवार की रोकथाम के तरीके (weed control in paddy)

धान की फसल में खरपतवार की रोकथाम के बेस्ट तरीके (weed control in paddy)

(क) जल भराव की दशा में (In the case of waterlogging)-

जहाँ पर अधिक पानी या जल भराव होता है ऐसे खेतों में होरा घास, बुलरस, छतरीदार मोथा, गन्ध वाला मोथा, पानी की बरसीम आदि खरपतवार उग आते हैं । ये धान के पौधों की बढ़वार और वृद्धि प्रभावित करते हैं ।

धान की फसल में खरपतवार की रोकथाम के तरीके (weed control in paddy)
धान की फसल में खरपतवार की रोकथाम के तरीके (weed control in paddy)

(ख) सिंचित दशा में (In irrigated condition) –

  1. सकरी पत्ती- सांवा, सांवकी, बूटी, मकरा, कांजी, बिलुआ कंजा आदि।
  2. चौड़ी पत्ती- मिर्च बूटी, फूल बूटी, पान पत्ती, बोन झलोकिया, बमभोली, घारिला, दादमारी, साथिया, कुसल आदि।

खरपतवार नियंत्रण के उपाय (Weed control measures ) –

शस्य क्रियाओं द्वारा –

धान की खेती में शस्य क्रियाओं द्वारा खरपतवार नियंत्रण हेतु गर्मी में मिट्टी पलटने वाले हल से गहरी जुताई, फसल चक्र अपनाना, हरी खाद का प्रयोग, पडलिंग आदि करना चाहिए।

यॉत्रिक विधि (mechanical methods ) –

इसके अन्तर्गत खुरपी आदि से निराई-गुडाई कर भी खरपतवार नियंत्रित किया जा सकता है।

रासायनिक विधि (chemical methods )  –

धान की फ़सल पर लगने वाले खरपतवारों को नष्ट करने के लिए खरपतवारनाशी रसायनों को फसल की बुवाई/रोपाई के पश्चात संस्तुत मात्रा में प्रयोग किया जाता है, जो तुलनात्मक दृष्टि से अल्पव्ययी होने के कारण अधिक लाभकारी व ग्राह्य है।

  • नर्सरी में खरपतवार नियंत्रण हेतु प्रेटिलाक्लोर 30.7 प्रतिशत ई०सी० 500 मिली० प्रति एकड़ की दर से 5-7 किग्रा० बालू में मिला कर पर्याप्त नमी की स्थिति में नर्सरी डालने के 2-3 दिन के अन्दर प्रयोग करना चाहिए।
  • सीधी बुवाई की स्थिति में प्रेटिलाक्लोर 30.7 प्रतिशत ई०सी० 1.25 लीटर बुवाई के 2-3 दिन के अन्दर अथवा बिसपाइरी बैक सोडियम 10 प्रतिशत एस०सी० 0.20 लीटर बुवाई के 15-20 दिन बाद प्रति हे० की दर से नमी की स्थिति में लगभग 500 लीटर पानी में घोलकर फ्लैट फैन नॉजिल से छिड़काव करना चाहिए।
  • रोपाई की स्थिति में- सकरी एवं चौड़ी पत्ती दोनों प्रकार के खरपतवारों के नियंत्रण हेतु निम्नलिखित रसायनों में से किसी एक रसायन की संस्तुत मात्रा को प्रति हे० लगभग 500 लीटर पानी में घोलकर फ्लैट फैन नॉजिल से 2 इंच भरे पानी में रोपार्इ के 3-5 दिन के अन्दर छिड़काव करना चाहिए।
  1. ब्यूटाक्लोर 50 प्रतिशत ई०सी० 3-4 लीटर
  2. एनीलोफास 30 प्रतिशत ई०सी० 1.25-1.50 लीटर
  3. प्रेटिलाक्लोर 50 प्रतिशत ई०सी० 1.60 लीटर
  4. पाइराजोसल्फ्यूरान इथाईल 10 प्रतिशत डब्लू०पी० 0.15 किग्रा०
  5. बिसपाइरीबैक सोडियम 10 प्रतिशत एस०सी० 0.20 लीटर रोपाई के 15-20 दिन बाद नमी की स्थिति मे
  6. चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों के नियंत्रण हेतु निम्नलिखित रसायनों में से किसी एक रसायन की संस्तुत मात्रा को प्रति हे० लगभग 500 लीटर पानी में घोलकर फ्लैट फैन नॉजिल से बुवाई के 25-30 दिन बाद छिड़काव करना चाहिए-
  7. मेटसल्फ्यूरान मिथाइल 20 प्रतिशत डब्लू०पी० 20 ग्राम
  8. इथाक्सी सल्फ्यूरान 15 प्रतिशत डब्लू०डी०जी० 100 ग्राम
  9. 2,4-डी इथाइल ईस्टर 38 प्रतिशत ई०सी० 2.5 लीटर

साथियों आशा है आपको धान की फसल में खरपतवार की रोकथाम के तरीके (weed control in paddy) लेख अवश्य पसंद आया होगा ।